Top 6 Trading Types In stock market | How to Start Trading in Share Market
How to start Trading Trading Types
What is Trading ? ट्रेडिंग किसे कहते है ?
- वस्तुओं या सेवाओं को मुनाफा कमाने की आशा से खरीदना और बेचना इसे ही ट्रेडिंग या व्यापार कहा जाता है, आस पास देखें तो ज्यादातर लोग ट्रेडिंग करते है जैसे की किराने की दुकान वाले ,मेडिकल स्टोर वाले .
- शेयर ट्रेडिंग का मतलब स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध(Listed) कंपनियों के शेयरों को कम कीमत पर खरीदना और अधिक कीमत पर बेचकर मुनाफा कमाना है।
- व्यक्तिगत ट्रेडर (Individual traders) जिन्हें खुदरा व्यापारी(retail traders ) भी कहा जाता है।
Stock & Index Trading Style or Types – ट्रेडिंग के प्रकार
Trading Style ट्रेडिंग स्टाइल | Trade Execution time ट्रेड पुर्ण होने का अवधि | Time Frem चार्ट पर कैंडल कोनसा लगा |
Scalping Trading स्काल्पिंग ट्रेडिंग | Few seconds to Few minutes कुछ सेकंड से कुछ मिनट तक | एक मिनट या |
Intraday Trading इंट्राडे ट्रेडिंग | Few minutes to Before Market close बाजार बंद होने से कुछ मिनट पहले | पाँच मिनट या पन्द्रह मिनट |
BTST | Buy today & Sell tomorrow आज खरीदें और कल बेचें | तीस मिनट या एक घंटा |
Swing trading स्विंग ट्रेडिंग | Few Hours to few days कुछ घंटों से लेकर कुछ दिनों तक | एक घंटा या चार घंटे |
Short term trading शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग | Few days to few weeks कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ़्तों तक | एक घंटे या एक दिन |
Positional Trading पोज़िशनल ट्रेडिंग | Few days to few Months कुछ दिनों से लेकर कुछ महीनों तक | एक दिन या एक सप्ताह |
मार्केट में ट्रेडिंग कँहा किया जा सकता है ?
Segments Available For Trading in Indian Stock Market
Equity Segment | Derivative Segment | Commodity futures Segment | Currency Derivative Segment |
Trading in Stocks listed in NSE & BSE | Trading in Future and Option contracts of stocks as well as indices | You can trade Future Contract of Crude oil metals,zink,copper, like gold, silver and agricultural commodities like cotton, coffee etc | Indian forex market is where you can trade Future and Option contracts currencies pair |
Mondey to Friday ,time | Monday to Friday | Monday to Friday | Monday to Friday |
NSE & BSE | NSE & BSE | MCX | Forex, or foreign exchange |
How to Start Trading in Perfect Way – सही तरीके से ट्रेडिंग कैसे शुरू करें
Basic Requirment To Start Trading
Open Demat & Trading account -डीमैट और ट्रेडिंग खाता
जब आप स्टॉक्स खरीदकर उसे कुछ अवधि तक रखना चाहते है , तो उसके लिए आपको Demat account की जरुरत है , और अगर आपको स्टॉक को खरीदना बेचना है ,या आपको Derivative, Comodity Segments में ट्रेडिंग करना है तो आपको Trading account की जरुरत पड़ती है |
डीमैट खाता एक बैंक की तरह काम करता है, जहां खरीदी गई stocks or securities को जमा किया जाता है और बेची गई प्रतिभूतियों को वापस ले लिया जाता है। दूसरी ओर, ट्रेडिंग खाते का उपयोग ऑर्डर के प्लेसमेंट के लिए किया जाता है, द्वितीयक बाजार में खरीदने और बेचने के लिए।डीमैट खाता खोलने के बाद, खाता धारक को वार्षिक शुल्क (AMC) का भुगतान करना होता है|
आपका ट्रेडिंग अकाउंट किसी ब्रोकर के साथ ओपन करने के बाद आप software based platform, या web based platform या Mobile Application के जरिए ट्रेड कर सकते हैं|
Deposi Capital for Trading in Demat Account – ट्रेडिंग के लिए पूंजी
यह इस पर निर्भर करता है कि आप कितना पैसा खो सकते हैं और आपकी नियमित जीवनशैली जरूरतों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा |नये ट्रेडर को हमेशा कम कैपिटल से शुरुवात करनी चाहिए और जैसे आप का अनुभव बढ़ता है फिर आप अपने कैपिटल को बढ़ा सकते हो
Take Knowledge of Technical Analysis- तकनीकी विश्लेषण
Technical analysis that tries to predict the future movement of a stock based on past data. (पिछले डेटा के आधार पर स्टॉक के भविष्य के मूवमेंट की भविष्यवाणी करने का प्रयास करना ही Technical Analysis है )
Technical analysis (तकनीकी विश्लेषण) बाजार के मनोविज्ञान को पढ़ने का एक विज्ञान है ,ये एक ऐसी तकनीक है जिसमे स्टॉक या सेक्यूरिट्स का Historical price ,स्टॉक का वॉल्यूम , मार्केट मूवमेंट, सपोर्ट रेसिस्टेन्स ,और चार्ट पैटर्न आदि का अध्ययन करके के बाद आकलन किया जाता है की स्टॉक की कीमत बढ़ेगी या घटेगी|
टेक्निकल एनालिसिस समझने के लिए सबसे पहले चार्ट को समझने की जरूरत है। इसे किसी भी Trading Instrument और किसी भी Time frame पर लागू किया जा सकता है।
Technical Analysis
Important Factor for Technical Analysis Study
तकनीकी विश्लेषण (Technical analysis) के तीन प्रमुख सिद्धांत हैं
- The stock price already reflects all the relevant information in the market शेयर की कीमत पहले से ही बाजार में सभी प्रासंगिक सूचनाओं को दर्शाती है |
- Stock prices tend to move in trends- स्टॉक की कीमतें trends में चलती हैं|
- History tends to repeat itself – इतिहास दोहराया जाता है
तकनीकी विश्लेषण में क्या शामिल है
ट्रेड लेते समय हमेशा पोजीशन साइसिंग और रिस्क मैनेजमेंट पर सबसे ज्यादा ध्यान दे | First and Very Importan Topic in Trading is Risk Managment and Position Sizing
Chart and its types – चार्ट और उसके प्रकार
Time frame & its uses – टाइम फ्रेम और उसके उपयोग
Candlestick and Candlestick patterns – कैंडलस्टिक और कैंडलस्टिक पैटर्न
Introduction to Important Indicators -महत्वपूर्ण इंडिकेटर्स का परिचय
Trend Types & Uses – ट्रेंड के प्रकार और उसके उपयोग
Support & Resistance / Demand and Supply zones. – डिमांड एंड सप्लाई झोन
टेक्निकल एनालिसिस करने वाले को Technical Analyst कहते है , Technical Analyst चार्ट और कुछ इंडीकेटर्स के अध्ययन से अनुमान लगते है की स्टॉक या कोई इंडेक्स को कब खरीदना है और कब प्रॉफिट बुक करना है यानि बाहर निकलना है|
Mind Managment /Trading Psychology
Stop loss and its important – स्टॉप लॉस का महत्व
प्रत्येक सफल trader ये जनता है की उसने लिया हुआ ट्रेड प्रॉफिट या लॉस ला सकता है , इसलिए स्टॉप लॉस ट्रेडिंग की चावी (key) है ,इसके बारे में हम आगे विस्तार में बात करेंगे ये ट्रेडिंग का दिल है |
Money Managment
Take a maximm 1 % or 2 % risk on every Trade .
ट्रेडिंग मी Capital Save करना सबसे पहला लक्ष्य ( Goal) होना चाहिए। जैसा आपको पता है, आपका हर ट्रेड ( Every Trade ) सही होगा इसकी कोई गारंटी नहीं होती है, लेकिन अगर आप 10 ट्रेड लेते हो और उसमे से 5 ट्रेड सही और 5 ट्रेड में आपका स्टॉप लॉस हिट होता है तो ऐसा समय आपको Position Sizing बचा सकता है
Design Trading Strategy with 1:2 or 1:3 Risk to Reward Ratio
आप कोई भी बिज़नेस करते हो तो आपको कितना पैसा लगाकर कितना मुनाफा मिलने वाला है , इसका अंदाजा होना बहुत जरुरी है , वैसे ही ट्रेडिंग करते समय आपको कितने रिस्क लेने पर कितना मुनाफा मिलने वाला है, इसका अंदाजा होना चाहिए इसको ही Risk to reward Ratio कहते है |
AVOIDE OVER TRADING | ओवर ट्रेडिंग से बचे ?
ओवरट्रेडिंग कब होती है ? When does overtrading happen?
- ओवरट्रेडिंग तब होती है जब कोई ट्रेडर अपनी रणनीति ( Trading Strategy ) की सीमाओं का पालन नहीं करता है |
- Fear – (डर) -Trader हमेशा नुकसान की भरपाई करने के प्रयास में ओवरट्रेड करते हैं |
- Greed – लालच: जब Trader थोड़े Profit में होते है , लेकिन और ज्यादा पैसा कमाना चाहते हैं , और ओवरट्रेडिंग के शिकार हो जाते है |
Gread And Fear –
Greed is the Excessive desire for profits
- ट्रेडिंग एक Probablity का गेम है , आपका कोनसा ट्रेड चलेगा और कोनसा नहीं ये आपको या किसीको पता नहीं होता है ,
आपकी स्ट्रेटेजी के अनुसार आप प्रॉफिट बुकिंग नहीं करते है , और आपको लगता है की यह ट्रेड और चलेगा इसेही ही लालच या Greed कहते है | - अगर आप आपके पूरा कैपिटल एक ट्रेड में लगाते हो उसे भी लालच या Greed कहते है |
Fear – Fear is an emotion
- जब ट्रेडर देखता है कि उसका ट्रेड उसके खिलाफ थोड़ा सा जाता है, तो डर पैदा हो जाता है, जिससे वह अपनी पोजीशन को बंद कर देता है
- कोई भी ट्रेड जो आपने लिया है उसे पूरा होने देना चाहिए, जैसे की आपको एक तो प्रॉफिट बुक करना है या आपका स्टॉपलॉस हिट होगा , अगर आप ट्रेड बीचमे ही निकाल देते हो इसे ही Fear या डर कहते है