डेरीवेटिव मार्केट में कॉन्ट्रैक्ट पर ट्रेड होते है , जितने ज्यादा ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट ख़रीदे जायेंगे उतना ओपन इंटरेस्ट बढ़ेगा |
निफ़्टी में यह कॉन्ट्रैक्ट 50 Qty. का होता है
वॉल्यूम हमेशा बढ़ता है ओपन इंटरेस्ट बढ़ता और कम होता है और उसका उपयोग ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए किया जाता है
ऑप्शन चैन के चार्ट पर आपको दो टाइप्स के ओपन इंटरेस्ट दिखाई देते है CALL Open Interest (OI) and PUT Open Interest (OI)
ऑप्शन चैन में जो ओपन इंटरेस्ट दिखाई दे रहा है ,वह ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट को सेल करने का है नाकी ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट बाय करने का यह अपने दिमाग में अच्छी तरह से फिट कर दे |
मार्केट के बड़े खिलाडी अधिकतम Option Selling करते है
Call OI जिस स्ट्राइक प्राइस पर सबसे ज्यादा है वह निफ़्टी /स्टॉक का रेसिस्टेन्स होता है
Put OI जिस स्ट्राइक प्राइस पर सबसे ज्यादा है वह निफ़्टी /स्टॉक का सपोर्ट होता है