Top 9 Requirment For Option Trading 2023 | ऑप्शन ट्रेडिंग की शुरवात करने से पहले ये जरूर पढ़े
ऑप्शन ट्रेडिंग की शुरवात करने के लिए 9 जरुरी बाते जरूर पढ़े
- Trading Purpose – First or Second Income Sourse
- Basic Knowlage of Trading and Stock Market Working Style
- Trading Strategy / Trading Rules
- Risk Management / Position Sizing
- Trading Psychology
- Trading Equipment
- Trading Envoirment
- Trading Capital
- Trading Account / Demat Account
Trading Purpose – First or Second Income Sourse – ट्रेडिंग का उदेश्य
- ट्रेडिंग शुरू करने से पहले , आपको यह तय करना जरुरी है की , आप ट्रेडिंग क्यू करना चाहते है आपका उद्देश्य क्या है , जिससे आपको कोनसे प्रकार की ट्रेडिंग करनी चाहिए , यह तय किया जा सकते है
- ट्रेडिंग आप पार्ट टाइम भी कर सकते है या फिर फुल टाइम भी कर सकते है
- अगर आप जॉब करते है या कोई बिज़नेस कर रहे हो तो आप स्विंग ट्रेडिंग कर सकते है इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आपको पूरा समय मार्किट में रुकना होता है |
- ट्रेडिंग आप अपना कमाई का पहला साधन भी बना सकते है या फिर अपनी सेविंग को बढ़ाने के लिए भी कर सकते है लेकिन अगर आप फुल टाइम ट्रेडिंग करना चाहते है तो उसके लिए आपको पर्याप्त जानकारी होना बहुत जरुरी है इसलिए आपको पहले ट्रेडिंग करने का उद्देश्य पहले तय करना होगा , जैसा आपका उद्देश्य होगा उसी प्रकार की ट्रेडिंग आपको करनी होगी
Basic Knowlage of Trading and Stock Market Working Style
- कोई भी बिज़नेस यानि व्यापार करने के लिए आपको उस बिज़नेस के प्रोडक्ट के डिमांड और सप्लाई कब बढ़ते या कम होते है उसकी जानकारी होना जरुरी है
- उदाहरण के लिए कोई व्यापारी यानी ट्रेडर अगर चावल का व्यापार करता है , तो चावल उसे कम भाव पर लेकर ज्यादा भाव पर बेचना जरुरी है |
- उसके लिए उसे यह पता होना जरुरी है बारिश के मौसम के बाद चावल की फसल निकलती है ,तब चावल सबसे सस्ते भाव पर मिलते है ,यानि मार्किट में चावल ज्यादा आने के वजह से उस वक्त चावल का सप्लाई ज्यादा होने के कारन भाव कम होते है ,ऐसे समय व्यापारी उसे खरीद कर रखता है |
- और जब चावल के सप्लाई मार्केट में कम होने लगता है , तो चावल के भाव बढ़ने लगते है ऐसे समय पर व्यापारी उसे मार्केट में अच्छे दामों पर बेच देता है |
स्टॉक मार्केट भी इसी तरह काम करता है , यहाँ बस चावल की जगह स्टॉक होते है , और इसका भाव कब सस्ता है , और कब महंगा है इसेही स्टॉक एनालिसिस कहते है ,
स्टॉक की कीमत जब कम होती है तब आपको खरीदना है और जब उसके भाव बढ़ जाये तब बेचना है , इसकी जानकारी लेने के लिए आपको स्टॉक मार्किट का नॉलेज होना बहुत जरुरी है |
Trading Strategy / Trading Rules – ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी
- कोई भी काम करना हो तो हम उसके पहले उसके लिए योजना बनाते है , और उसे पूरा करते है ,
- ट्रेडिंग के लिए भी योजना बनाना बहुत जरुरी होता है , और उसेही ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी कहते है |
- ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी बनाने के लिए आप , इंडीकेटर्स , वॉल्यूम , सपोर्ट रेजिस्टेंस , का उपयोग कर सकते है |
- ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी के साथ आपको , रिस्क मॅनॅग्मेंट ,और पोजीशन साइज़िंग को भी जानना उतना ही जरुरी है
- ट्रेडर के लिए मार्केट में मूवमेंट होना बहुत जरुरी है , ज्यादातर मार्केट में कम मूवमेंट होता है , 70 % मार्केट साइड वेज़ यानि कम मूवमेंट वाला होता है , और 30 % मार्केट में अच्छी मूवमेंट होती है , हमारा काम अपने ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी से मार्केट में मूवमेंट कब है उसका पता लगाना होता है और तभी ट्रेड लेना चाहिए
Design Trading Strategy with 1:2 or 1:3 Risk to Reward Ratio
आप कोई भी बिज़नेस करते हो तो आपको कितना पैसा लगाकर कितना मुनाफा मिलने वाला है , इसका अंदाजा होना बहुत जरुरी है , वैसे ही ट्रेडिंग करते समय आपको कितने रिस्क लेने पर कितना मुनाफा मिलने वाला है, इसका अंदाजा होना चाहिए इसको ही Risk to reward Ratio कहते है |
Trading Capital – ट्रेडिंग कैपिटल
आप जानते है आपको कोई भी बिज़नेस करना है तो कैपिटल जरुरी है , इसी तरह ट्रेडिंग के लिए भी आपको भी कैपिटल की जरुरत होती है , जो पैसा आप अपने सेविंग अकाउंट में रखते है उनपर आपको सालाना 4 % ब्याज मिलता है , वही पैसा आप ट्रेडिंग अकाउंट में रखकर महीने का 10 % भी कमा सकते है
- ट्रेडिंग आपको हो सके तो अकेले में ही करनी चाहिए
- ट्रेडिंग करते समय आपका पूरा ध्यान ट्रेडिंग पर होना बहुत जरुरी है , उसके लये आपक को ऐसी जगह जहाँ आपका ध्यान विचलित न हो बैठना चाहिए
- ट्रेडिंग करते समय कोई भी न्यूज़ चैनल को न देखे |
Trading Equipment – ट्रेडिंग इक्विपमेंट
- ट्रेडिंग करने के लिए आपको ट्रेडिंग सेटअप भी होना जरुरी है , ट्रेडिंग सेटअप में आम तौर पर लैपटॉप ,मोबाइल , इंटरनेट कनेक्शन और इनवर्टर यह सब जरुरी है
Trading Psychology – ट्रेडिंग मनोविग्यान
- ट्रेडिंग करने में जीतनी ज्यादा आपको ट्रेडिंग सेटअप की जरुरत होती है , उससे कही ज्यादा आपको आपके ट्रेडिंग सायकोलोजी पर काम करना पड़ता है
- ट्रेडिंग सेटअप कितना भी अच्छा हो अगर आप उसके नियमो का पालन नहीं करते हो तो ट्रेडिंग करना आपके लिए मुश्किल हो सकता है
- लालच और डर यह मार्केट में ट्रेडिंग सायकोलोजी के महत्वपूर्ण भाग है , आपको दोनों पर नियंत्रण रखना बहुत जरुरी है |
Greed is the Excessive desire for profits
- ट्रेडिंग एक Probablity का गेम है , आपका कोनसा ट्रेड चलेगा और कोनसा नहीं ये आपको या किसीको पता नहीं होता है ,
आपकी स्ट्रेटेजी के अनुसार आप प्रॉफिट बुकिंग नहीं करते है , और आपको लगता है की यह ट्रेड और चलेगा इसेही ही लालच या Greed कहते है | - अगर आप आपके पूरा कैपिटल एक ट्रेड में लगाते हो उसे भी लालच या Greed कहते है |
Fear – Fear is an emotion
- जब ट्रेडर देखता है कि उसका ट्रेड उसके खिलाफ थोड़ा सा जाता है, तो डर पैदा हो जाता है, जिससे वह अपनी पोजीशन को बंद कर देता है
- कोई भी ट्रेड जो आपने लिया है उसे पूरा होने देना चाहिए, जैसे की आपको एक तो प्रॉफिट बुक करना है या आपका स्टॉपलॉस हिट होगा , अगर आप ट्रेड बीचमे ही निकाल देते हो इसे ही Fear या डर कहते है
Money Managment
Take a maximm 1 % or 2 % risk on your total trading capital in every Trade
Trading Account / Demat Account
डीमैट खाता की जरुरत – Benefits of Demat Account
- अगर आपको स्टॉक मार्किट , ईटीएफ, म्यूचुअल फंड और बॉन्ड , फ्यूचर एंड ऑप्शन , कमोडिटी सेगमेंट में इन्वेस्मेंट या ट्रेडिंग करना है तो आपको डीमैट खाते की जरुरत होती है |
- किसी भी व्यक्ति के मैन्युअल हस्तक्षेप के बिना ही शेयरों का ट्रांसफर ऑटोमैटिक रूप से होता है।
- इसके अलावा शेयर्स सर्टिफिकेट को कोई नुकसान या चोरी होने जैसे समस्या से निजात मिल गयी |
- डीमैट खाता खोलने के लिए आपको एक ब्रोकर की जरुरत होती है जो SEBI के साथ रजिस्टर हो
Types Of stockbroker – ब्रोकर के प्रकार
- Full-service brokers -फुल सर्विस ब्रोकर
फुल सर्विस ब्रोकर ग्राहकों को मार्गदर्शन और सलाह देती है कि आप अपना पैसा कैसे निवेश करें, कितना निवेश करें और कहां निवेश करें ,लेकिन उसके लिए कुछ चार्ज यानि भुगतान भी करना पड़ता है | - Discounted Stock Brokers -डिस्काउंट ब्रोकर
अगर आपको ट्रेडिंग का पहले से ही अनुभव हैं , यानि आप ट्रेडिंग स्वयं कर रहे हैं, तो आप डिस्काउंट ब्रोकरेज खाते के साथ जा सकता है आपको खाली ट्रेडिंग चार्ज जो की न्यूनतम रखा जाता है और गोवेर्मेंट के टैक्स इतना ही देना होगा|
डीमैट खाता कैसे खोले
- डीमैट खाता खोलेने के लिए आपको भारत का नागरिकहोना जरुरी है , और आपकी उम्र 18 साल से ज्याद होनी चाहिए |
- Identity proof -पहचान प्रमाण , आइडेंटिटी प्रूफ यानि (PAN card) पैन कार्ड होना अनिवार्य है|
- Address Proof – एड्रेस प्रूफ – Passport ,Driving Licence ,Voter ID , Addhar Card इनमे से किसी एक का होना जरुरी है|
- Income Proof -इनकम प्रूफ – अगर आपको डेरीवेटिव या कमोडिटी सेगमेंट में ट्रेडिंग करना है तो आपको अपने बैंक खाते का पिछले छह महीने का स्टेटमेंट देना जरुरी है |
- Bank Account Proof – बैंक अकाउंट प्रूफ के लिए आपको कैंसल चेक( Cancel cheque ) देना जरुरी है |
- Signature on White Paper – अगर आप ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल रहे तो हस्ताक्षर को वेरीफाई करने के लिए कोरे कागज पर हस्ताक्षर करके उसकी फोटो को देना जरुरी है | ( upload image of Signature on White paper )
- पासपोर्ट साइज फोटो भी आपको देना होगा | passport size photo
Top Broker In India
- ZERODHA इस समय सबसे अच्छा,सबसे बड़ा और सबसे लोकप्रिय ब्रोकर है । वे एक उत्कृष्ट ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म प्रदान करते हैं, कम ब्रोकरेज शुल्क लेते हैं, और सबसे पारदर्शी स्टॉक ब्रोकर हैं।
- इक्विटी डिलीवरी और म्यूचुअल फंड के लिए शून्य ब्रोकरेज शुल्क लेता है।
- अधिकतम ब्रोकरेज शुल्क 20 रुपये प्रति ट्रेड है।
- म्यूचुअल फंड खरीदने पर शून्य कमीशन ऑफर करता है।
आपको अगर ZERODHA के साथ डीमैट अकाउंट ओपन करना है तो आप निचे दी गए LOGO को क्लिक कर सकते है हम आपकी सहायता करेंगे |
और भी ब्रोकर भारत में उपलब्ध है जैसे
- सभी ट्रेडर जो बड़ी मात्रा में ट्रेड करते हैं और उच्च मार्जिन की तलाश करते हैं, वे अपस्टॉक्स पसंद करते हैं।
- Upstox भी एक डिस्काउंट ब्रोकरेज फर्म है जो SEBI के साथ रजिस्टर है |
- अधिकतम ब्रोकरेज शुल्क 20 रुपये प्रति ट्रेड है।
- इक्विटी डिलीवरी और म्यूचुअल फंड के लिए शून्य ब्रोकरेज शुल्क लेता है।
- Mr Ratan Tata, GVK Davis जैसे दिग्गज Upstox को फंडिंग करते है|
Angle One
- एंजेल वन लिमिटेड, जिसे पहले एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड के नाम से जाना जाता था, 1996 में स्थापित एक भारतीय स्टॉकब्रोकर फर्म है।
- अधिकतम ब्रोकरेज शुल्क 20 रुपये प्रति ट्रेड है।
- इक्विटी डिलीवरी और म्यूचुअल फंड के लिए शून्य ब्रोकरेज शुल्क लेता है।
- एंजेल वन लिमिटेड फुल सर्विस ब्रोकिंग फर्म है |
- एंजेल वन लिमिटेड क्लाइंट सपोर्ट सिस्टम और एप्लीकेशन बेस्ड सॉफ्टवेयर सिस्टम ट्रेडर के लिए सपोर्टिव साबित होता है |
Position Sizing Nahi kiya to kya Hoga ? What is Position Sizing ?
- Stock Market Trading /Investing भी एक बिजनेस (Business) है , बिजनेस हो या मार्केट हर जगह प्रॉफिट होने की Probablity होती है , अगर हम इसे ठीक से समझते है तो ट्रेडिंग या और कोई बिजनेस करना और आसन हो जाता है।
- ट्रेडिंग मी Capital Save करना सबसे पहला लक्ष्य ( Goal) होना चाहिए।
- जैसा आपको पता है, आपका हर ट्रेड सही होगा इसकी कोई गारंटी नहीं होती है, लेकिन अगर आप 10 ट्रेड लेते हो और उसमे से 5 ट्रेड सही और 5 ट्रेड में आपका स्टॉप लॉस हिट होता है तो ऐसा समय आपको Position Sizing बचा सकता है देखते है कैसे |
उदाहरण के लिए अपने 10 ट्रेड लिए एक साथ नहीं एक के बाद एक
आपका ट्रेडिंग खाता है उसमे 100,000 /- है |Risk to reward 1:2 – स्टॉपलॉस 10 पॉइंट का है तो प्रॉफिट आपको 20,30 पॉइंट का होना चाहिए |
- अगर कभी ऐसा होता है की आपके पहले 5 ट्रेड में स्टॉपलॉस हिट हो जाए और आपने Position Sizing नहीं किया है , और हर ट्रेड में आपके 2000 का लॉस होता है |
- मतलब आपका 10000 rs कम हो जायेंगे , और पांच ट्रेड आपके टारगेट तक जाते है तो आप 20000 rs आपका प्रॉफिट होगा , यानि कुल मिलकर आप 10000 rs फायदे में रहते है
अगर आप पोजीशन साइज़िंग और मनी मनेजमेंट के साथ ट्रेड करते हो तो क्या होगा
- Trading ka Pahla Niyam yah hai ki Apko Har Trade me Apne Capital ke 2 % se jyada risk nahi lena hai – ट्रेडिंग का पहला नियम है की आपको हर ट्रेड में आपके Capital के 2 % से ज्यादा रिस्क नहीं लेना है |
- अगर आपके लगातार 5 trade में stop loss hit hota hai , तो आपके Capital में से 10 % amount कम होगा, और आगे 5 trade जो आपके सही जाते हैं उसमे आपका Capital Recover हो जाएगा और अगर आप 1:2 या 1:3 के Risk Reward देने वाली Trading Strategy उपयोग में लाते है तो आप प्रॉफिट में रहेंगे |
पहले पोजीशन साइज़िंग कैसे करते है ये देखते है ?
- Apke Account me agar 100000 /- (1 lakh) Har trade Per aap 2 % ka risk lete hai matlab 1000 rs. ka apko har trade me stoploss lagana hoga .
- आपको ट्रेड लेते समय क्वांटिटी कितना लेना है याह पोजीशन साइजिंग पर निर्भर होता है |
आप अगर पोज़ीशन सिज़िंग करते हो , और ऐसे ट्रेड लेते हो जिसमे 1:2 , ya 1:3 ka रिवॉर्ड हो , तो आप को स्टॉक मार्केट में पैसे कमाने से कोई नहीं रोक सकता है | Risk to Reward Ratio क्या होता है यह हम आगे जानेगे |
Risk to Reward Ratio क्या होता है ?
- आप कोई भी बिज़नेस करते हो तो आपको कितना पैसा लगाकर कितना मुनाफा मिलने वाला है , इसका अंदाजा होना बहुत जरुरी है , वैसे ही ट्रेडिंग करते समय आपको कितने रिस्क लेने पर कितना मुनाफा मिलने वाला है, इसका अंदाजा होना चाहिए इसको ही Risk to reward Ratio कहते है |
Best Risk and Reward for Trading
How to calculate risk to reward
- 1:2 – अगर आप 100 रुपये का रिस्क लेते है तो उसके बदले में आपको 200 रुपये मिल सकते हैं |
- 1:3 – अगर आप 100 रुपये का रिस्क लेते है तो उसके बदले में आपको 300 रुपये मिल सकते हैं |
आपको कितना रिवॉर्ड चाहिए उस हिसाब से आपको आपकी Trading Strategy Design करनी पड़ती है , और उसको back test करके ही उसका उपयोग करना चाहिए |
1:2 Risk to Reward ke fayde
अगर आप 10 बार ट्रेड लेते है , तो आपको प्रॉफिट में रहने के लिए 10 मेसे 6 ट्रेड में स्टॉपलॉस हिट होआ है फिर भी आप प्रॉफिट में रहते हो |
1:3 Risk to Reward ke fayde
अगर आप 10 बार ट्रेड लेते है , तो आपको प्रॉफिट में रहने के लिए 10 मेसे 7 ट्रेड में स्टॉपलॉस हिट होआ है फिर भी आप प्रॉफिट में रहते हो
Conclusion –
- आप कोई भी ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी का उपयोग करते हैं, हमें स्ट्रेटेजी को पोजिशन साइजिंग और रिस्क टू रिवार्ड के साथ-साथ उपयोग करने की आवश्यकता है। ट्रेडिंग में कभी नुकसान नहीं होगा।
- आपको अगर निफ्टी ऑप्शन बाइंग करते है या निफ्टी ऑप्शन सेल्लिंग करते है , या निफ्टी फ्यूचर में ट्रेडिंग करते है , या करना चाहते है , है तो आप Nifty Daily Levels पर आये यह बिलकुल मुफ्त है
Learn Basics Of Stock Market in Hindi | शेयर बाजार संरचना
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