Top 3 Use of Option Contract Trading in Hindi | ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट के उपयोग
What is the use of option trading in Stock Market
- Speculation स्पेकुलेशन
- Hedging हेजिंग
- Arbitrage आर्बिट्रेज
What is Speculation (स्पेकुलेशन)
- स्पेकुलेशन मतलब अनुमान लगाना , और अनुमान लगाने वाले को स्पेकुलेटर (speculator ) कहते है |
- मार्केट की दिशा यानि ट्रेंड (Trend) के बारेमे अनुमान लगाकर ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट के माध्यम से व्यवहार (Trade -ट्रेड ) होते है |
- मार्केट अगर ऊपर जानेवाला है तो पहले से ही कॉल ऑप्शन खरीदकर और अगर मार्केट निचे जानेवाला है तो पुट ऑप्शन खरीदकर मुनाफा कमाया जाता है |
- लेकिन मार्किट की दिशा या ट्रेंड पता होने से काम नहीं होता है उसके लिए और अधिक जानकारी होनी जरुरी है जैसे , Support & resistance , Volatility , मार्केट एक लेवल तक पहुँचने का समय इसका भी अनुमान लगाना आना चाहिए ,इसे ट्रेडिंग भी कहते है |
What is Hedging (हेजिंग)
- Hedging is risk reduction strategy
- हेजिंग तकनीक का उपयोग संरक्षण (Protect) के लिए किया जाता है , हेजिंग तकनीक बिमा पालिसी जैसा काम करती है |
- बिमा पालिसी आपको और आपके परीवार को संरक्षण प्रदान करती है , वैसे ही हेजिंग तकनीक आपके पोर्टफोलियो को संरक्षण प्रदान करता है |
- अगर अपने लंबी अवधि के निवेश ( longterm Invesment ) के लिए स्टॉक या शेयर्स ख़रीदे है , और मार्केट में कुछ कारण से निचे जा सकता है , लेकिन आपको आपके शेयर्स बेचने नहीं है तो आप उसी स्टॉक या निफ़्टी इंडेक्स (Nifty 50 ) पुट ऑप्शन खरीदकर उसे हेज (Protect) कर सकते है | इस तरह आप अपने पोर्टफोलियो को हेजिंग तकनीक से संरक्षण प्रदान कर सकते है |
- मार्केट में म्यूच्यूअल फंड , बड़े इन्वेस्टर ,या बड़ी कंपनिया जिनके इन्वेस्मेंट बहुत ज्यादा होती है वो हमेशा हेजिंग तकनीक का उपयोग करते है |
- हेजिंग तकनीक से कम कीमत में बड़ी रिस्क मैनेज की जा सकती है |
- लेकिन अभी बहुत सारे लोग इसे ट्रेडिंग में भी इस्तमाल करते है , जिससे ट्रेडिंग में भी रिस्क को मैनेज किया जाता है |
What is Arbitrage ( आर्बिट्रेज )
- कभी कभी उसी समय एक ही कंपनी के शेयर की कीमत दो जगे ( nifty /sensex ) कम ज्यादा होती है , जहा कम है वहासे खरीदकर जाया ज्यादा है वंहा पे बेचकर आप मुनाफा कमा सकते है इसेही Arbitrage – आर्बिट्रेज कहते है |
- मार्केट में ऐसा मौका बहुत कम बार और कम समय के लिए आता है | Demand & Supply में होनेवाले अचानक बदलाव के कारन मार्केट में कीमतों पर असर होता है और इसका फायदा उठाकर मुनाफा कमाया जाता है |
Participants in Options market- ऑप्शन मार्केट में भाग लेनेवाले
Call Option Contract buyer – Call Option Holder – Long Position
कॉल ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट बायर – कॉल ऑप्शन होल्डर – लॉन्ग पोजीशन
Call Option Contract Seller – Call Option Writer – Short Position
कॉल ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट सेलर – कॉल ऑप्शन राइटर – शार्ट पोजीशन
Put Option Contract buyer – Put Option Holder – Long Position
पुट ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट बायर – पुट ऑप्शन होल्डर – लॉन्ग पोजीशन
Put Option Contract Seller – Put Option Writer- Short Position
पुट ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट सेलर – पुट ऑप्शन राइटर – शार्ट पोजीशन