What to Do Option Buying or Option Selling in Hindi India | Importent Factor For Selection of Option Buying or Option Selling
Importent Factor For Selection of Option Buying or Option Selling
OPTION BUYING VS OPTION SELLING
- ऑप्शन बाइंग और ऑप्शन सेलिंग दोने प्रकार से भी आप ऑप्शन ट्रेडिंग करके पैसे बना सकते है , ऑप्शन बाइंग और ऑप्शन सेलिंग में से आपको क्या करना आपकी पर्सनालिटी को पोषक है,ये आप ही तय कर सकते है,दोनों के अपने अपने फायदे और नुकसान भी है आप उसे समज लेते है तो आप पैसा बना सकते है |
- रिस्क मनेजमेंट , पोजीशन साइज़िंग और सही ट्रेंड पहचानकर उसमे टिके रहना यही आपको मार्केट से पैसा बनाकर देंगे |
Option Buying vs Option Selling in Hindi
ITEMS OPTION BUYING ऑप्शन बाइंग OPTION SELLING ऑप्शन सेलिंग REMARK उदाहरण के लिए एक स्ट्राइक प्राइस जिसका प्रीमियम अभी 50 है | Margin requir पैसा कितना लगता है | एक LOT खरीदने के लिए ₹2,350. Margin देना होगा एक LOT बेचने के लिए ₹80,284 Margin देना होगा OPTION BUYING कम पैसे लगते है | OPTION SELLING ज्यादा पैसो की जरुरत होती है MAXIMUM RISK -अधिकतम जोखिम Primium 0 हो सकता है अधिकतम जोखिम ₹2,350 Primium कितना भी बढ़ सकता है असीमित जोखिम लेकिन आप stopLoss लगते हो तो रिस्क आपके नियंत्रण में होती है PROFIT -फायदा असीमित फायदा हो सकता है | आप 50 में बेच रहे हो तो आपको फायदा 50 पॉइंट ही मिल सकता है | ऑप्शन बाइंग में मार्केट आपके ट्रेड के साइड जाना बहुत जरुरी है | ऑप्शन सेलिंग में मार्केट आपके ट्रेड के साइड नही भी जाता है फिर भी आपको फायदा हो सकता है Market Trend Require - प्रॉफिट होने के लिए मार्किट कैसा होना चाहिए अगर अपने CAll BUY किया है तो मार्किट Up Trend में होना बहुत जरुरी है | अगर आपने CALL SELL करते है तो मार्किट Down Trend में या फिर साइड वाइस होना चाहिये | अगर आपने CAll BUY किया है और मार्किट कोई दिशा में नहीं जा रहा (A sideways market) फिर भी आपको प्रॉफिट नहीं मिलेगा | Risk/ Reward Ratio रिस्क टू रिवॉर्ड रेशियो कमसे कम 1 :3 या उससे भी ज्यादा होना चाहिए ऑप्शन बाइंग के ट्रेड कम मिलते है | 1 :2 का होना चाहिए ,ऑप्शन सेलिंग के ट्रेड ज्यादा मिलते है | Time Value,Option Volatality , इसके वजह से ऑप्शन बाइंग थोड़ा मुश्किल होता है ऑप्शन सेलिंग की तुलना में