April 23, 2023

What is Better Option Buying or Option Selling in Hindi 2023 | Option Buying Vs Option Selling

What to Do Option Buying or Option Selling in Hindi India | Importent Factor For Selection of Option Buying or Option Selling

 Importent Factor For Selection of Option Buying or Option Selling

 

 option trading strategies

 

OPTION BUYING VS OPTION SELLING 

  • ऑप्शन बाइंग और ऑप्शन सेलिंग दोने प्रकार से भी आप ऑप्शन ट्रेडिंग करके पैसे बना सकते है , ऑप्शन बाइंग और ऑप्शन सेलिंग में से आपको क्या करना आपकी पर्सनालिटी को पोषक है,ये आप ही तय कर सकते है,दोनों के अपने अपने फायदे और नुकसान भी है आप उसे समज लेते है तो आप पैसा बना सकते है |
  • रिस्क मनेजमेंट , पोजीशन साइज़िंग और सही ट्रेंड पहचानकर उसमे टिके रहना यही आपको मार्केट से पैसा बनाकर देंगे |

OPTION TRADING TYPES

 

Option Buying vs Option Selling in Hindi

 

ITEMS 

OPTION BUYING      ऑप्शन बाइंग 

OPTION SELLING ऑप्शन सेलिंग  

REMARK

  • उदाहरण के लिए एक स्ट्राइक प्राइस जिसका प्रीमियम अभी  50  है |

  • Margin requir पैसा कितना लगता है |

 एक LOT खरीदने के लिए   ₹2,350.  Margin देना होगा 

एक LOT बेचने के लिए  ₹80,284  Margin देना होगा 

  • OPTION BUYING कम पैसे लगते है |

  • OPTION SELLING        ज्यादा पैसो की जरुरत होती है 

MAXIMUM RISK -अधिकतम जोखिम

  • Primium 0 हो सकता है

  • अधिकतम जोखिम  ₹2,350   

  • Primium  कितना भी बढ़ सकता है

  • असीमित जोखिम

लेकिन आप stopLoss लगते हो तो रिस्क आपके नियंत्रण में होती है

PROFIT -फायदा 

असीमित फायदा हो  सकता है | 

आप 50 में बेच रहे हो तो आपको फायदा 50 पॉइंट ही मिल सकता है |

  • ऑप्शन बाइंग में मार्केट आपके ट्रेड के साइड जाना बहुत जरुरी है |

  • ऑप्शन सेलिंग में  मार्केट आपके ट्रेड के साइड नही भी जाता है फिर भी आपको फायदा हो सकता है

Market Trend Require - प्रॉफिट होने के लिए मार्किट कैसा होना चाहिए

अगर अपने CAll BUY किया है तो मार्किट Up Trend में होना बहुत जरुरी है |

अगर आपने CALL SELL करते है तो मार्किट Down Trend में या फिर साइड वाइस होना चाहिये |

अगर आपने CAll BUY किया है और मार्किट कोई दिशा में नहीं जा रहा    (A sideways market) फिर भी आपको प्रॉफिट नहीं मिलेगा |

Risk/ Reward Ratio  रिस्क टू रिवॉर्ड  रेशियो

कमसे कम 1 :3 या उससे भी ज्यादा होना चाहिए ऑप्शन बाइंग के ट्रेड कम मिलते है |

 1 :2 का होना चाहिए ,ऑप्शन सेलिंग के ट्रेड ज्यादा मिलते है |

Time Value,Option Volatality , इसके वजह से ऑप्शन बाइंग थोड़ा मुश्किल होता है ऑप्शन सेलिंग की तुलना में

 

 

ऑप्शन ट्रेडिंग सीखे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Secrets of Option Trading ऑप्शन ट्रेडिंग क्यू फेमस है ? ऑप्शन बायर और ऑप्शन सेलर को किस स्ट्राइक प्राइस में ट्रेड लेना चाहिए ऑप्शन प्रीमियम पर ऑप्शन ग्रीक का प्रभाव कितना और क्यू ऑप्शन बाइंग / ऑप्शन सेलिंग क्या प्रॉफिटेबल है Option Buying Benifits & Risk ट्रेडिंग से पैसा बनाने के नियम Best 10 Books For Stock Market शेयर बाजार में ट्रेडिंग के लिए टॉप 10 चार्ट पैटर्न ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए End Of Day Study कैसे करे ?
ऑप्शन ट्रेडिंग पैसे की बारीश एक्सपायरी ऑप्शन ट्रेडिंग टिप्स कौन से सेक्टर भविष्य में अच्छे रिटर्न दे सकते है When to Start Investing in Stock Market India हमेशा प्रॉफिट में रहने के लिए जाने ऑप्शन ट्रेडिंग कब करे Why Most Traders Fail? Practical Reasons